
भगदड़ की घटना में कई लोगों के हताहत होने की संभावना है।
Kumbh : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में बुधवार रात करीब डेढ़ बजे एक घाट पर भगदड़ मच गई, जिसमें कम से कम 12 लोगों के मारे जाने की आशंका है। इस हादसे में बहुत सारे लोग घायल भी हुए हैं।
Kumbh : प्रयागराज में मौजूद संवाददाता ने एक स्वास्थ्यकर्मी से बातचीत की, जिन्होंने कम से कम 12 लोगों की मौत की पुष्टि की है। पहचान गुप्त रखने की शर्त पर स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि उसने घटनास्थल पर कई शव देखे हैं। हालांकि, प्रशासन की ओर से अब तक किसी भी मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। वहीं, समाचार एजेंसी एएफपी को प्रयागराज सिटी के एक डॉक्टर ने नाम न बताने की शर्त पर जानकारी दी कि इस हादसे में कम से कम 15 लोगों की जान गई है और कई लोग घायल हुए हैं।
Kumbh : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर अपने आधिकारिक अकाउंट से एक पोस्ट के जरिए हादसे में लोगों की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने लिखा, “प्रयागराज kumbh में हुआ यह हादसा बेहद दुखद है। जिन श्रद्धालुओं ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। मैं सभी घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव सहायता में लगा हुआ है। इस संबंध में मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बात की है और राज्य सरकार के साथ लगातार संपर्क में हूँ।”

Kumbh : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुंभ में भीड़ का दबाव काफी ज्यादा था और करीब तीन करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया। उन्होंने अपील की कि कोई भी नकारात्मक अफवाह न फैलाए, क्योंकि इससे स्थिति बिगड़ सकती है।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं। हालांकि, उन्होंने मृतकों की संख्या पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन घायलों की मौजूदगी को स्वीकार किया। योगी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस घटना को लेकर सुबह से अब तक चार बार बातचीत कर चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में श्रद्धालुओं से अपील की, “महाकुंभ में आए सभी श्रद्धालु निकटतम घाट पर ही स्नान करें और संगम नोज की ओर जाने की कोशिश न करें। कृपया प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें। सभी घाटों पर स्नान शांतिपूर्वक चल रहा है, किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।”
यह हादसा मंगलवार देर रात तब हुआ जब मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान जारी था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अचानक भीड़ ने बैरियर तोड़ दिया और घाट पर बैठे लोगों के ऊपर चढ़ गई, जिससे भगदड़ मच गई।

घायलों को कुंभ मेला क्षेत्र में स्थित अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है।
Kumbh : प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओएसडी आकांक्षा राणा ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि कुछ स्थानों पर बैरियर टूटने की सूचना मिली थी, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बनी, लेकिन कोई गंभीर हालात नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि घायलों का इलाज जारी है।
इस बीच, उत्तर प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी ने एक्स पर पोस्ट कर इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, “प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ से श्रद्धालुओं के हताहत होने की खबर बेहद दुखद है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है।”
इसके साथ ही, समाजवादी पार्टी ने सरकार से राहत और बचाव कार्य तेज़ी से करने की मांग की है।

हादसे में घायल लोगों का आरोप है कि प्रशासन ने उनकी कोई सहायता नहीं की।
Kumbh : समाचार एजेंसी पीटीआई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें अराइल के सब-सेंट्रल अस्पताल, सेक्टर 24 में घायलों को लाते हुए दिखाया गया है। इसके अलावा, kumbh मेला क्षेत्र में स्थित अस्पतालों में भी घायलों को भर्ती किया गया है।
इस घटना के बाद, सभी अखाड़ों ने मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द करने का निर्णय लिया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने बुधवार सुबह मीडिया से बातचीत में बताया कि भगदड़ की वजह से मौनी अमावस्या स्नान को रद्द किया गया है।
महंत रविंद्र पुरी ने कहा, “जो कुछ भी सुबह हुआ, उसे ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि मौनी अमावस्या का स्नान नहीं होगा। सभी साधु-संत स्नान के लिए तैयार थे, लेकिन जनहित को देखते हुए यह फैसला लिया गया कि मौनी अमावस्या पर स्नान नहीं करेंगे।”

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि भगदड़ की स्थिति अचानक उत्पन्न हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या बताया
Kumbh : समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में भगदड़ की चपेट में आई एक महिला ने दावा किया कि उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से बचाने की अपील की, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिली।
वहीं, एक अन्य महिला ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि भगदड़ अचानक हुई, जिससे निकलने का कोई रास्ता नहीं मिल पा रहा था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई, तो संबंधित अधिकारी हंस रहे थे।
मध्य प्रदेश के छतरपुर से आए एक व्यक्ति ने घटना का जिक्र करते हुए कहा कि “वहां न तो पुलिस की व्यवस्था थी और न ही कोई मदद के लिए आया। कई लोग घायल हुए हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि उनकी मां का कोई पता नहीं चल पा रहा है और वे नहीं जानते कि वह जीवित हैं या नहीं।

कुंभ में 8-10 करोड़ लोगों के आने का अनुमान
Kumbh : प्रशासन ने अनुमान लगाया था कि मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के अवसर पर 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच सकते हैं।
kumbh मेला पुलिस ने मंगलवार आधी रात को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर श्रद्धालुओं का स्वागत किया और उनकी सुरक्षा व सुविधा को लेकर आश्वस्त किया कि पुलिस इकाइयां पूरी तरह सक्रिय हैं।
kumbh मेला डीआईजी वैभव कृष्ण ने मंगलवार शाम को घोषणा की थी कि मौनी अमावस्या का शुभ मुहूर्त शाम 7:37 बजे से शुरू होगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे जल्द से जल्द अपने स्थान से गंगा घाटों पर पहुंचें, स्नान करें और गंतव्य की ओर प्रस्थान करें।
उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि श्रद्धालु घाटों पर रात में न सोएं, न अपना सामान छोड़ें और निकटतम घाट पर स्नान करें ताकि दूसरों को भी स्नान का अवसर मिल सके।
प्रशासन लगातार अपील कर रहा है कि श्रद्धालु किसी भी घाट पर स्नान कर लें और संगम घाट पर भीड़ न बढ़ाएं। धार्मिक गुरुओं ने भी बार-बार कहा है कि संगम घाट और अन्य घाटों का महत्व समान है, इसलिए जहां जगह मिले, वहीं स्नान कर लें।
13 जनवरी से शुरू हुए kumbh मेले के दौरान कुल छह अमृत स्नान निर्धारित हैं, जिनमें से दो पहले ही संपन्न हो चुके हैं, जबकि तीसरा अमृत स्नान बुधवार को हो रहा है।
आगामी चौथा अमृत स्नान 3 फरवरी, पांचवां 12 फरवरी और अंतिम छठा अमृत स्नान 26 फरवरी को होगा।
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